यह जीवन भी है कैसा यहां इंसान को चाहिए है हरदम पैसा, पैसे की खातिर इंसान बन गया हैवान यह जीवन भी है कैसा यहां इंसान को चाहिए है हरदम पैसा, पैसे की खातिर इंसान ब...
जिंदगी बदलती रही,आंखें पिघलती गईं, दिन की प्रतीक्षा में कई रातें बिखर गईं। सपने आत जिंदगी बदलती रही,आंखें पिघलती गईं, दिन की प्रतीक्षा में कई रातें बिखर गईं। ...
फिर धकेला जाता है जीव जीने के लिए यहां से वहाँ दो दरवाजे पर। फिर धकेला जाता है जीव जीने के लिए यहां से वहाँ दो दरवाजे पर।
दो बूँद दो बूँद
ये हसीँ बरसात की घड़ी दो घड़ी, प्यार की सौगात की घड़ी दो घड़ी। ये हसीँ बरसात की घड़ी दो घड़ी, प्यार की सौगात की घड़ी दो घड़ी।
एक नयी कभी पुरानी सी, ढूंढता रहा हूँ उस तलाश को, पाके उसे खुश था पल दो पल , फिर आँखो एक नयी कभी पुरानी सी, ढूंढता रहा हूँ उस तलाश को, पाके उसे खुश था पल दो पल ...